वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Fundamentals Explained



इस साधना के जरिये हम शक्तिशाली मोहिनी वशीकरण का प्रभाव पैदा कर सकते है.

वशीकरण हमेशा नैतिक नहीं होता है. किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना वश में करना गलत है. वशीकरण हमेशा सफल नहीं होता है. इसका प्रभाव व्यक्ति की इच्छाशक्ति और मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है. वशीकरण के नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं. अगर वशीकरण गलत तरीके से किया जाए, तो इसका व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

ॐ नमो आदेश गुरु को कामरु देश कामाक्षा देवी तहाँ बैठे इस्माइल जोगी, जोगी के आँगन फूल क्यारी फूल चुन-चुन लावे लोना चमारी फूल चल फूल-फूल बिगसे फूल पर बीर नरसिंह बसे जो नहीं फूल का विष कबहुं न छोड़ें मेरी आस मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं (अमुक) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥

कुछ लोगों को वशीकरण मंत्र का उपयोग करके अच्छे परिणाम मिलते हैं, जबकि दूसरे लोगों को इसका कोई प्रभाव नहीं दिखता है। इसलिए, यह अहम है कि आप वशीकरण मंत्र का सही ढंग से उपयोग करें और अनुभवी व्यक्ति की मदद लें, यदि आवश्यक होवशीकरण मंत्र का खतरा

इसके लिए आपको ऊपर दिए गए मंत्र का प्रयोग निम्न तरह से करना है.

मेरी समझ में तो आपको दूसरी रीति पसन्द आवेगी। इसमें समय मी अधिक न लगेगा और अनुभव प्राप्त करने में किसी प्रकार की हानि की भी संभावना नहीं है। इस तरह ‘मंत्र विद्या’ में जो साधन आदि प्राचीन आचार्यों ने निश्चय करके अद्भुत रूप में विश्व के सामने प्रकट किये हैं। उनके अनुसार काम करने से हमें सहज ही में सफलता मिल सकती है।

हालाँकि मोहिनी मंत्र वशीकरण साधना कोई स्थायी साधना नहीं है क्यों की वशीकरण की तरह इसमें हम अपने आकर्षण को बढाते है जिसकी वजह से सामने वाला मोहित होता है.

कई बार ऐसा देखने में आता है की मोहिनी वशीकरण मंत्र सही तरह से काम नहीं करते है.

वशीकरण मंत्र के नैतिक मान्यता संबंधी मामलों में विभिन्न धार्मिक और सामाजिक मत हैं। कुछ लोग इन्हें स्वाभाविक और नैतिकता का हिस्सा मानते हैं और उनका उपयोग नैतिक तत्वों के संरक्षण और धार्मिक साधना का एक तरीका समझते हैं। वे सत्य, धर्म, और न्याय के मान्यताओं के साथ मंत्रों का उपयोग करते हैं। दूसरे लोग इन्हें अज्ञान और अनैतिकता का प्रतीक मानते हैं और इनका उपयोग नैतिकता की प्रतिबद्धता और स्वतंत्रता के खिलाफ समझते हैं।

ॐ क्लीं ह्रीं श्रीं ठः ठः (अमुका) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥

वशीकरण का नैतिक उपयोग इस पर निर्भर करता है कि इसे किस more info उद्देश्य से किया जा रहा है। जब इसका उपयोग रिश्तों को सुधारने, सकारात्मक बदलाव लाने, और जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, तो यह फायदेमंद साबित होता है। लेकिन गलत इरादों से इसका उपयोग हानिकारक हो सकता है और इसे पारंपरिक शास्त्रों में निषेध किया गया है।

सही उद्देश्य और विधि से किया गया वशीकरण सुरक्षित होता है, लेकिन गलत तरीके से किया गया प्रयोग नुकसानदायक हो सकता है।

पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *